लाला ने लोटा ले लिया, बोले कुछ भी नहीं, अपनी पत्नी का अदब मान ते थे।
लाला झाऊ लाल को बेढंगा लोटा बिलकुल पसंद नहीं था। फिर भी उन्होंने चुपचाप लोटा ले लिया। आपके विवार से वे चुप क्यों रहे? अपने विचार लिखिए।
लाला झाऊ लाल को बेढंगा लोटा बिलकुल पसंद नहीं था। फिर भी उन्होंने चुपचाप लोटा ले लिया, क्योंकि वे अपने पत्नी का अदब मानते थे। इसके अलावा वह अपनी पत्नी के तेज तर्र स्वभाव से अच्छे से वाकिफ थे और उसके आगे कमजोर पड़ जाते थे। उन्हें ड़र था अगर उन्होंने लोटे के बारे में कुछ बोला तो अगली बार उन्हें खाना बाल्टी में भी मिल सकता है। इसी वजह से उन्होंने चुप-चाप लोटा लेना बेहतर समझा।